Railway Reservation closed in AC Chair Car: रेल मंत्रालय के अनुसार, वर्तमान में 26 गरीब रथ ट्रेनें चलाई जा रही हैं, जो करीब 52 रूटों को कवर कर रही हैं। इनमें से कुछ साप्ताहिक, कुछ सप्ताह में दो, तीन और चार बार चलती हैं।
रेलवे नियम: गरीब रथ ट्रेन से यात्रा करने वालों के लिए यह बेहद काम की खबर है। नहीं तो आपको रिजर्वेशन बुक करते समय परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अगले महीने से अगर यात्रियों को इन ट्रेनों में यात्रा के लिए रिजर्वेशन बुक करते समय एसी चेयर कार और सेकेंड एसी का विकल्प न मिले तो हैरान न हों। भारतीय रेलवे गरीब रथ के कोच में बदलाव करने जा रहा है।
रेल मंत्रालय के अनुसार, वर्तमान में 26 गरीब रथ ट्रेनें चलाई जा रही हैं, जो करीब 52 रूटों को कवर कर रही हैं। इनमें से कुछ साप्ताहिक चलती हैं, कुछ सप्ताह में दो, तीन और चार बार चलती हैं। इन ट्रेनों का किराया सामान्य ट्रेनों के थर्ड एसी और चेयर कार से कम है। गरीब रथ के कोचों का किराया इकोनॉमी एसी थर्ड के किराए से करीब 8 से 10 फीसदी कम रखे जाने की संभावना है।
Railway Reservation closed in AC Chair Car जानिए इसके कारण
इन ट्रेनों की शुरुआत पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल में हुई थी। इनके पुराने कोचों को एलएचबी कोचों से बदलने का फैसला किया गया है, जिन्हें नए डिजाइन वाले इकॉनमी एसी कोचों से बदला जाएगा। एसी इकॉनमी कोच का उत्पादन कपूरथला स्थित रेल कोच फैक्ट्री, चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, रायबरेली स्थित मॉडर्न कोच फैक्ट्री में किया जा रहा है।
रेल मंत्रालय के मुताबिक गरीब रथ के कोच करीब 18 साल पुराने हैं। इन्हें 2006 में शुरू किया गया था। तब से लेकर अब तक यात्रियों की सुविधाओं के मद्देनजर कोचों में काफी बदलाव किए गए हैं, लेकिन इन ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। इसी वजह से इन्हें अपग्रेड करने का फैसला लिया गया है।
रेल मंत्रालय के मुताबिक पुराने कोच में सेकंड एसी, थर्ड एसी और चेयर कार शामिल हैं। नई गरीब रथ में सिर्फ थर्ड एसी कोच होंगे। यानी इसमें सेकंड एसी और चेयर कार नहीं होगी। चूंकि बुकिंग 120 दिन पहले शुरू होती है, इसलिए संभावना है कि अगले महीने से गरीब रथ में सेकंड एसी और चेयर कार की बुकिंग बंद कर दी जाएगी। चूंकि इस बदलाव के लिए बड़ी संख्या में कोच की जरूरत होगी, इसलिए सेकंड एसी और चेयर कार के विकल्प धीरे-धीरे बंद कर दिए जाएंगे।
रेल मंत्रालय के मुताबिक गरीब रथ के कोच करीब 18 साल पुराने हैं। इन्हें 2006 में शुरू किया गया था। तब से लेकर अब तक यात्रियों की सुविधाओं के मद्देनजर कोचों में काफी बदलाव किए गए हैं, लेकिन इन ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। इसी वजह से इन्हें अपग्रेड करने का फैसला लिया गया है।
रेल मंत्रालय के मुताबिक पुराने कोच में सेकंड एसी, थर्ड एसी और चेयर कार शामिल हैं। नई गरीब रथ में सिर्फ थर्ड एसी कोच होंगे। यानी इसमें सेकंड एसी और चेयर कार नहीं होगी। चूंकि बुकिंग 120 दिन पहले शुरू होती है, इसलिए संभावना है कि अगले महीने से गरीब रथ में सेकंड एसी और चेयर कार की बुकिंग बंद कर दी जाएगी। चूंकि इस बदलाव के लिए बड़ी संख्या में कोच की जरूरत होगी, इसलिए सेकंड एसी और चेयर कार के विकल्प धीरे-धीरे बंद कर दिए जाएंगे।