Monsoon Alert : यूपी में मानसून कब पहुंचेगा: आईएमडी ने कहा है कि अगले पांच दिनों के दौरान गंगीय पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, बिहार, झारखंड, ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
मानसून समाचार: धीमी गति से आगे बढ़ रहा मानसून अब गति पकड़ता दिख रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने जानकारी दी है कि अगले 3-4 दिनों में इसके 10 से अधिक राज्यों में पहुंचने की उम्मीद है। हालांकि, मध्य प्रदेश समेत कई राज्य इस समय भीषण उमस का भी सामना कर रहे हैं। राहत की बात यह है कि 27 जून से देश के कई हिस्सों से गर्मी का असर कम होने लगेगा।
आज कहां-कहां होगी बारिश
मौसम विभाग की ओर से मंगलवार रात जारी पूर्वानुमान के अनुसार, अगले पांच दिनों के दौरान कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, कर्नाटक, केरल, माहे, लक्षद्वीप, गुजरात, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इस दौरान 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती हैं।
मौसम विभाग के अनुसार 27 और 28 जून को पश्चिमी मध्य प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है। वहीं, 29 जून तक पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा पूर्वोत्तर के सभी राज्य भीगेंगे।
यूपी में कब होगी बारिश
आईएमडी ने कहा है कि अगले पांच दिनों के दौरान गंगीय पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, बिहार, झारखंड, ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 29 जून तक बिहार में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। 28 और 29 जून को झारखंड में भी भारी बारिश हो सकती है। उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी उत्तर प्रदेश में 29 जून तक हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 27 जून से 29 जून तक, हरियाणा में 28 और 29 जून को और पंजाब में 29 जून तक बारिश की संभावना है।
क्या है मानसून की स्थिति
दक्षिण-पश्चिम मानसून उत्तरी अरब सागर, गुजरात राज्य, मध्य प्रदेश और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ गया है। अगले 3-4 दिनों के दौरान उत्तरी अरब सागर के शेष भागों, गुजरात राज्य, मध्य प्रदेश, राजस्थान के कुछ और भागों, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के शेष भागों, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के कुछ भागों, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, पंजाब के उत्तरी भागों और हरियाणा के उत्तरी भागों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।