Railway New Rules 2024: अगर आप ट्रेन से सफर करते हैं तो आपके लिए एक बड़ी खबर है। अब आप गरीब रथ ट्रेन में 2AC और CC क्लास कोच के लिए सीट बुक नहीं कर पाएंगे। ऐसे में यात्रियों को सफर के दौरान काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। भारतीय रेलवे गरीब रथ ट्रेनों के कोच लेआउट में बदलाव करने की योजना बना रहा है। जिसके चलते ये बदलाव किए गए हैं। आइए आपको इस बारे में पूरी जानकारी देते हैं।
अगले महीने आप इन सीटों की बुकिंग नहीं कर पाएंगे
अगले महीने से इन ट्रेनों के लिए आरक्षण बुक करते समय एसी चेयर कार और सेकंड एसी के विकल्प की उपलब्धता में बदलाव हो सकता है। भारतीय रेलवे गरीब रथ ट्रेनों के कोच विन्यास को संशोधित करने की योजना बना रहा है। वर्तमान में, लगभग 52 मार्गों पर 26 गरीब रथ ट्रेनें चल रही हैं।
ये ट्रेनें साप्ताहिक या सप्ताह में कई बार चलती हैं। गरीब रथ ट्रेनों में यात्रा का किराया नियमित ट्रेनों में थर्ड एसी और चेयर कार के किराए से कम है। अनुमान है कि गरीब रथ कोच का किराया इकॉनमी एसी थर्ड क्लास से करीब 8 से 10 फीसदी कम होगा।
गरीब रथ ट्रेन कब शुरू हुई
रेल मंत्रालय के मुताबिक गरीब रथ के कोच करीब 18 साल पुराने हैं। इन्हें 2006 में शुरू किया गया था। तब से लेकर अब तक यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कोच में कई बदलाव किए गए हैं, लेकिन फिर भी इन ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। इसी वजह से इन्हें अपग्रेड करने का फैसला लिया गया है।
नए इकॉनमी एसी कोच लगाने का फैसला लिया गया है
इनके पुराने कोचों को एलएचबी कोचों से बदलने का फैसला किया गया है, जिनकी जगह नए डिजाइन वाले इकॉनमी एसी कोच लगाए जाएंगे।
कपूरथला स्थित रेल कोच फैक्ट्री, चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री और रायबरेली स्थित मॉडर्न कोच फैक्ट्री में एसी इकॉनमी कोच का उत्पादन किया जा रहा है।
गरीब रथ ट्रेन की इन सीटों पर कर सकेंगे बुकिंग
रेल मंत्रालय के मुताबिक पुराने कोच में सेकंड एसी, थर्ड एसी और चेयर कार शामिल हैं। नई गरीब रथ में सिर्फ थर्ड एसी कोच होंगे। यानी इसमें सेकंड एसी और चेयर कार नहीं होगी। चूंकि बुकिंग 120 दिन पहले शुरू होती है, इसलिए संभावना है कि अगले महीने से गरीब रथ में सेकंड एसी और चेयर कार की बुकिंग बंद कर दी जाएगी। चूंकि इस बदलाव के लिए बड़ी संख्या में कोच की जरूरत होगी, इसलिए सेकंड एसी और चेयर कार का विकल्प धीरे-धीरे बंद कर दिया जाएगा। एसी इकोनॉमी में 81 सीटें होंगी, जबकि पुराने कोच में 72 बर्थ थीं। बर्थ में फायरप्रूफ मटीरियल का इस्तेमाल किया जाएगा।