Delhi Water Logging : दिल्ली में मानसून के मौसम की तैयारियाँ जोरों पर हैं, हाल ही में हुई प्री-मानसून बारिश ने आने वाली चुनौतियों की झलक दे दी है। थोड़ी सी बारिश के कारण भी 13 जगहों पर जलभराव हो गया और शहर में नौ जगहों पर पेड़ गिर गए। हालाँकि इन घटनाओं की सूचना दिल्ली नगर निगम (MCD) को दी गई, लेकिन कई अन्य क्षेत्रों में भी जलभराव के कारण काफी असुविधा हुई।
जलभराव वाले प्रमुख क्षेत्र
पूर्वी दिल्ली में पांडव नगर अंडरपास सबसे ज़्यादा प्रभावित क्षेत्रों में से एक था, जहाँ हर साल जलभराव होता है। पानी में वाहन फंस गए, जिससे लोगों को अपनी गाड़ियाँ बाहर धकेलनी पड़ीं। चांदनी चौक में भी ऐसी ही स्थिति देखी गई, जहाँ मलबे से भरे ड्रेनेज सिस्टम के बंद होने के कारण मुख्य सड़क पर बारिश का पानी जमा हो गया। एमसीडी की प्रतिक्रिया टीम सक्रिय 🚧
एमसीडी को विभिन्न क्षेत्रों से जलभराव की शिकायतें मिलीं, जिनमें शामिल हैं:
करोल बाग (पूसा रोड)
दक्षिण दिल्ली (राजपुर खुर्द रोड)
उत्तर-पूर्वी दिल्ली (न्यू मुस्तफाबाद, श्रीराम कॉलोनी)
पूर्वी दिल्ली (मुल्तानी मोहल्ला)
रोहिणी (सेक्टर 15)
आउट्रम लाइन्स (जीटीबी नगर)
पश्चिमी दिल्ली (हरि कुंज, नजफगढ़ मित्रांव, गौशाला रोड)
नरेला (कराला उद्यान पाना, टिकरी खुर्द)
एमसीडी ने जल निकासी का प्रबंधन करने और बाढ़ को कम करने के लिए इन स्थानों पर कर्मियों को भेजा।
पेड़ गिरने और सुरक्षा संबंधी खतरे
जलभराव के अलावा, पेड़ गिरने की खबरें इन जगहों से भी आईं:
रेघरपुरा
ईस्ट ऑफ कैलाश
मंगोलपुरी इंडस्ट्रियल एरिया फेज-2
ओल्ड राजेंद्र नगर
शहीद भगत सिंह कॉलोनी (करावल नगर)
नानकपुरा साउथ मोतीबाग
प्रताप नगर (गुलाबी बाग)
सेक्टर 11 (रोहिणी)